Sugar ke lakshan ( पुरुषों में शुगर के लक्षण ) कैसे पता करें शुगर जिसे डायबिटीज या मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है और यह बीमारी होने का मुख्य कारण है आपके शरीर में इंसुलिन का न बनना इंसुलिन एक हार्मोन है जो ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है
और यह बीमारी दुनिया में महामारी की तरह फैल रही है लैंसेट की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में 2016 में डायबिटीज के 42.20 करोड़ मरीज थे और यह आंकड़ा आज के समय 53.37 करोड़ मरीजों तक पहुंच गया है एक सर्वे के मुताबिक भारत में 2019 की रिपोर्ट के अनुसार 7 करोड़ डायबिटीज के मरीज है यानी दुनिया में हर छठा मरीज भारतीय है
यह बीमारी फैलने का मुख्य कारण है आज की जीवन शैली गलत खान- पान और लोगों की जिंदगी में एक्टिविटी की कमी होना
आईए जानते हैं डायबिटीज कितने प्रकार की होती है
1.टाइप -1 डायबिटीज
इस प्रकार की डायबिटीज अक्सर युवाओं में होती है जिस स्थिति में इंसुलिन का उत्पादन रुक जाता है और टाइप 1 डायबिटीज एक गंभीर समस्या है इस स्थिति में मरीज धीरे-धीरे अधिक बीमार पड़ने लगता है और इसके उपचार के लिए मरीज को नियमित इंसुलिन के इंजेक्शन लेने पड़ते हैं
2.टाइप -2 डायबिटीज
यह सबसे कॉमन है इसमें Sugar ke lakshan आसानी से दिखाई नहीं देते है अधिकतर बड़े उम्र के लोगों में होती है इसमें इंसुलिन का उत्पादन तो होता है पर शरीर सही तरीके से उपयोग नहीं कर पाता है और कभी-कभी इंसुलिन उत्पादन करने में कठिनाई होती है
टाइप 2 डायबिटीज अक्सर गलत खान-पान, मोटापा और एक्टिविटी न करने की वजह से होती है और टाइप 2 डायबिटीज का समय रहते उपचार द्वारा ठीक किया जा सकता है
3.गर्भाकालीन डायबिटीज
यह गर्भावस्था के दौरान होने वाली डायबिटीज है इसमें महिला की ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है यह सामान्य है गर्भावस्था का दौरान अक्सर ऐसा होता है और जन्म की पश्चात अपने आप ठीक हो जाती है

डायबिटीज के कारण ( cause ) –
1.अनुवांशिक कारण ( Genetics )
अगर आपके परिवार में कोई मधुमेह से पीड़ित है तो बहुत अधिक चांस है कि मधुमेह और लोगों में भी हो सकती है जैसे अगर आपके दादा,पिता ,मां को डायबिटीज है तो आप में होने की पूरी आशंका है
2.मोटापा ( obesity )
अधिक मात्रा में शरीर में चर्बी होने से डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है और खास तौर पर पेट की चर्बी अधिक होने पर डायबिटीज हो सकती है
3.अस्वस्थ खाना ( Unhealthy foods )
आज के समय फास्ट फूड ,कोल्ड ड्रिंक आदि का चलन बढ़ गया है और इन सब में भारी मात्रा में शुगर मिली होती है और खासकर बाजार की मिठाई में बहुत मिलावट होती है जिसे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है
4.एक्टिविटी में कमी (lake of activities )
आज की जीवनशैली ऐसी हो गई है कि लाइफ में कोई भी एक्टिविटी नहीं है और न ही एक्सरसाइज करना और सुस्त दिनचर्या डायबिटीज का मुख्य कारण है
5.बढ़ती उम्र ( old age )
बढ़ती उम्र के साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोध क्षमता कम हो जाती है और इंसुलिन कम बनने लगता है और इस उम्र में कम एक्टिविटी होने की वजह से डायबिटीज होने की आशंका पड़ जाती है
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sugar ke lakshan ( पुरुषों में शुगर के लक्षण )
A.अधिक भूख लगना ( Hungrier )
डायबिटीज के मरीजों को भूख अधिक लगती है इस स्थिति को ‘ पॉलीफेजिया ‘ कहते हैं
B.वजन घटना ( weight lose )
टाइप- 1 डायबिटीज की स्थिति में अचानक से वजन कम हो जाता है यह रक्त में शर्करा की मात्रा अधिक होने से होता है
C.कमजोरी महसूस होना ( weakness )
डायबिटीज का मरीज है अगर कोई भी काम करता है तो उसे जल्दी थकान महसूस होती है और वह जल्दी थकने लगता है
D.धुंधला दिखना ( low vision )
रक्त में शर्करा बढ़ने से व्यक्ति को धुंधला दिखाई देने लगता है

E.अधिक प्यास लगना ( thirsty )
डायबिटीज के मरीजों को बार-बार पानी पीने की इच्छा होती है शरीर में ग्लूकोज की मात्रा अधिक होने की वजह से होता है
F.पेशाब अधिक आना (increased urination)
मधुमेह रोगियों को बार-बार पेशाब लगता है क्योंकि शर्करा की मात्रा अधिक होने से पेशाब के जरिए बाहर निकलती है
G.जख्म जल्दी ना भरना (late recovery)
शुगर के मरीजों को चोट लगने पर उसका जख्म जल्दी नहीं भरता है
H.सिर में दर्द ( headache )
शुगर मरीजों को लंबे समय तक सर में हल्का-हल्का दर्द होता रहता है
I.पेट दर्द ( stomachache )
शुगर मरीजों को किसी भी समय पेट में दर्द होने लगता है जिससे अपच व गैस की समस्या हो सकती है
J.त्वचा संबंधित समस्या (skin problem)
शुगर के मरीजों को तो त्वचा संबंधित निम्न समस्या होती है जैसे तो त्वचा पर गहरे काले धब्बे ,सूजन आना, खुजली, सूखापन आदि
निष्कर्ष:
डायबिटीज आज के समय एक सामान्य रोग बन गया है और इसके मरीजों की संख्या दिन भर दिन बढ़ती जा रही है एक आंकड़े के मुताबिक 2030 तक 643 मिलियन तक पहुंच जाएगी इससे बचने के लिए अच्छी दिनचर्या ओर अच्छा खान-पान अपनाना बहुत जरूरी है और व्यक्ति को दिन में कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करनी चाहिए अगर इनमें से कोई भी Sugar ke lakshan दिखाई दे तो डॉक्टर से जरूर मिले